श्री मनोज कुमार उपनिदेशक जनरल
महानिबंधन कार्यालय, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली को राज़ी पड़ाह सरना प्रार्थना सभा, भारत द्वारा
उनके नई दिल्ली स्थित कार्यालय में वार्ता कर विगत दिनों प्राकृतिकवादी सरना धर्मकोड को भारतीय जनगणना अनुसूची प्रपत्र में मुख्य धर्म कलाम(प्रपत्र) में धर्म 07 के रूप में सूचीबद्ध करने हेतु मांग पत्र सोपते हुए संस्था के केंद्रीय प्रवक्ता श्री संजय पाहन ने कहा कि हम सरना धर्मलंबी 2011 की जनगणना में 4957467 है,जो संख्या बल की दृष्टिकोण से देश की छठी सबसे बड़े धर्म समूह है, तो 4451753 वाले जैन धर्म को जनसंख्या प्रपत्र में मुख्य धर्म 06 के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। तो भारत के संविधान के अनुच्छेद 25(1) में उल्लेखित अंतःकरण की स्वतंत्रता का और धर्म को आबाद रूप से मानने, आचरण करने और प्रचार करने का समान रूप से अधिकार होगा का व आपके महानिबंधन निबंधक जनगणना कार्यालय के धर्मकोड का आवंटन सुविधाजनक जनगणना हेतु संख्या बल में बड़े धर्मो को मुख्य धर्म कॉलम(प्रपत्र) में सूचीबद्ध की जाती है, के अधिकृत नियमों से आदिवासी समाज को वंचित क्यों की जा रही है।
https://www.facebook.com/share/v/MwYurCyPMy8takP3/?mibextid=qi2Omg